आंखों के पर्दा फटने की समस्या काफी गंभीर समस्या है, क्युकि आंख एक ऐसा शारीरिक अंग है जिसकी मदद से हम पूरी दुनिया को देखने में सक्षम हो पाते है। पर जरा सोचे किसी कारणवश अगर इनमे किसी भी तरह की समस्या उत्पन हो जाए या आंखों का पर्दा फट जाए तो ऐसे में कैसे करें खुद की आंखों का बचाव और उनकी देखभाल, साथ ही आंखों के पर्दा फटने की समस्या क्यों उत्पन होती है इसके बारे में भी बात करेंगे इसलिए आर्टिकल के साथ अंत तक जरूर से बने रहे ;
आंखों के पर्दा फटने की समस्या क्यों उत्पन होती है ?
- रेटिनल डिटैचमेंट एक ऐसी स्थिति है, जिसमें रेटिना आंख की पिछली पर्त से अलग हो जाती है। इस कारण रेटिना तक खून का संचार कम होने लगता है। रेटिना अगर ज्यादा समय तक अलग रहे, तो व्यक्ति अपनी दृष्टि हमेशा के लिए खो भी सकता है।
आंखों के पर्दा फटने की समस्या क्यों उत्पन होती है के बारे में विस्तार से जानने के लिए आंखों का स्पेशलिस्ट डॉक्टर पंजाब का चयन करें।
रेटिनल डिटैचमेंट के लक्षण क्या है ?
- अगर किसी व्यक्ति को नजर के सामने अलग सी रोशनी की किरणें या धागे जैसी हिलने वाली वस्तुएं दिखाई देने लगें।
- अगर किसी को आंख के किनारों से वस्तुएं अंधेरी दिखाई दें।
- उपर्युक्त लक्षणों के प्रकट होने पर देरी किए बगैर अनुभवी रेटिना विशेषज्ञ से परामर्श लें।
आंखों से स्पष्ट न दिखने की वजह से या दूर या नजदीक की चीजों को देखने में समस्या का सामना अगर आप कर रहे है तो इस समस्या से निजात पाने के लिए लेसिक सर्जरी पंजाब का चयन करें।
आंखों के पर्दा फटने से कैसे करें खुद का बचाव ?
- क्रायोथेरेपी एक लेजर ट्रीटमेंट है, जिसका इस्तेमाल रेटिना के छेद या आंसुओं का उपचार करने के लिए किया जाता है। आमतौर पर यह उपचार फ्रीजिंग के ज़रिए किया जाता है, जो आंख के पर्दे (रेटिना) को सील कर देता है।
- हालांकि, कभी-कभी आंख का पर्दा फटने का उपचार लोगों के लिए असुविधा का कारण भी बन सकता है। तो वही यह उपचार नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा किया जाता है, जो आंख का पर्दा फटने की प्रग्रति को रोकने में मदद करता है।
आंखों के पर्दा फटने का इलाज क्या है ?
- “रेटिना में चोट/खरोंच” की सर्जरी में “न्यूमेटिक रेटिनोपैथी” आंख के अंदर विट्रियस की जगह में गैस के बुलबुले का इंजेक्शन बनाता है।
- आंख के बीच में एक “स्क्लेरल बकल” या लचीला बैंड रखा जाता है, जो रेटिना को बाहर खींचने वाले किसी भी दबाव को संतुलन में रखता है।
- रेटिना पर खिंचने वाले विट्रियस जेल से छुटकारा पाने के लिए “विट्रेक्टॉमी सर्जरी” की जाती है। इसके अलावा यह सर्जरी तब की जाती है, जब विट्रियस के बुलबुले को गैस के बुलबुले से बदलने की जरूरत होती है।
अगर आप भी आंखों के पर्दे को फटने से बचाना चाहते है तो इसके लिए मित्रा आई हॉस्पिटल से संपर्क करें, क्युकि आपके आंखों में क्या परेशानियां इसके बारे में तो डॉक्टर ही बता सकते है और उसके बाद ही वो आपकी आंखों का इलाज अच्छे से करने में सक्षम हो पाएंगे।
निष्कर्ष :
आंखो में किसी भी तरह की समस्या आने पर जल्द ही आंखों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर का चयन आपको कर लेना चाहिए। क्युकि आंखों के पर्दा फटने का बचाव हम तभी कर सकते है, जब सही समय पर हम इसका उपचार करवा ले।