जालंधर में आँखों के बेस्ट डॉक्टरों की मदद से लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया को अपनाए !
आंखों का कमजोर होना या कुछ स्पष्ट न दिखना भी आंखों की कमजोरी को दर्शा सकता है। इसलिए आंखों को कैसे स्वास्थ्य रखा जाए व आंखों में कोई समस्या उत्पन हो जाए या हमे दूरतम और निकटतम का कुछ न दिखे तो इसके लिए कौन सी सर्जरी का चयन करना चाहिए, हम इसके बारे में बात करेंगे ;
लेसिक सर्जरी क्या है ?
ये आंखों से जुडी हुई एक सर्जरी है, जिसके बारे में हम निम्न में बात करेंगे ;
- किसी भी व्यक्ति को आँखों की रोशनी से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या हो जैसे कि दूर या पास का दिखाई न देने पर चश्मे का प्रयोग करना या लेंस लगाना आदि। तो उन व्यक्तियों के लिए लेसिक सर्जरी की जाती है, जिससे उनकी आँखों पर लगा चश्मा या लेंस हमेशा के लिए उतर जाएँ।
- इसके अलावा जिन लोगों की नज़र अधिक कमज़ोर होती है, तो उनके लिए यह सर्जरी कोई उपयोगी नहीं होती।
यदि आप भी उपरोक्त समस्याओं से ग्रस्त है, तो लेसिक सर्जरी पंजाब का चयन करे।
लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया क्या है ?
इस सर्जरी की प्रक्रिया को हम निम्न में प्रस्तुत करेंगे ;
- सबसे पहले व्यक्ति की आँखों में आई-ड्राप डालकर सुन्न किया जाता है और एक दवाई खाने को दी जाती है।
- तो वही डॉक्टर व्यक्ति की पलकों की झपकने की प्रक्रिया को रोकने के लिए लिड स्पेकुलम का इस्तेमाल करते हैं।
- फिर आँखों को स्थिर रखने के लिए एक डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं, जिससे व्यक्ति को आँखों पर हल्का दबाव महसूस हो सके।
- आँखों के कॉर्निया में एक फ्लैप बनाकर, उसमें कंप्यूटर नियंत्रित एक्सीमर लेज़र को सीधा आँखों के प्रकाश पर स्पंदित किया जाता है।
- फिर कॉर्निया को दोबारा से आकृति में लाया जाता है। आखिर में सर्जन कॉर्निया फ्लैप को फिर से स्थापित करते हैं और जिससे यह कुछ ही घंटों में ठीक होना शुरू हो जाता है।
लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया को करवाने से पहले आंखों का स्पेशलिस्ट डॉक्टर जालंधर का चयन करे।
लेसिक सर्जरी में कितना खर्चा आता है ?
इसका खर्चा हर जगह अलग- अलग है, जिसके बारे में हम निम्न में बात करेंगे ;
- भारत में इस सर्जरी की लागत लगभग 25 हज़ार से 45 हज़ार तक है। लेकिन जितना बड़ा अस्पताल या जितना ज्यादा अनुभवी सर्जन होगा, उतनी इस सर्जरी की लागत में बढ़ोतरी होती जाएगी, जिसकी कीमत लाखों तक भी हो सकती है।
लेसिक सर्जरी से पहले व बाद में किन बातो का खास ध्यान रखे ?
निम्न बातो को ध्यान में रख के आप इस सर्जरी से अपना काफी हद तक बचाव कर सकते है ;
- सर्जरी के 1 हफ्ते पहले से ही न पहने लेंस।
- सर्जरी के दो हफ्तों तक स्विमिंग, स्कूबा ड्राइविंग आदि न करें।
- कोशिश करें कि 2 हफ्तों तक धूल आदि आँखों में न जाए।
सुझाव :
यदि आप आंखों की सर्जरी को करवाना चाहते है, तो मित्रा आई हॉस्पिटल से डॉ हरिंदर मित्रा से इस सर्जरी को करवाने के बारे में सलाह ले सकते है। या आप नजदीक और दूर की चीजों को देखने में असमर्थ है तो इस हॉस्पिटल से अपनी सर्जरी को करवाने के बारे में इस हॉस्पिटल से जरूर संपर्क संपर्ककरें।
निष्कर्ष :
आंखों से स्पष्ट दिखे ऐसी चाहत सभी रखते है। क्युकि आंखों की खराबी हमे हर चीज स्पष्ट देखने में बाधित कर सकती है। इसलिए आंखों में सामान्य सी भी समस्या दिखे तो बिना समय गवाए किसी बेहतरीन आंखों के डॉक्टर का चयन करे।