भैंगापन क्या है और इससे हम कैसे खुद का बचाव कर सकते है ?
आंखों में भैंगेपन से ग्रस्त लोगों को अक्सर हमारे दुनिया समाज में मजाक की नज़रों से देखा जाता है। वहीं इस समस्या से हम कैसे खुद का बचाव कर सकते है इसके बारे में आज के लेख में चर्चा करेंगे ;
क्या है आँखों के भैंगापन की समस्या ?
- भैंगापन जिसे स्क्विंट या स्ट्राबिस्मस या क्रॉस्ड आईस कहते है, वहीं यह आंखों से संबंधित एक समस्या है, जिसमें दोनों आंखें एक सीध में नहीं होती।
- एक आंख अंदर की ओर या बाहर की ओर या नीचे की ओर या उपर की ओर हो जाती है। ऐसी स्थिति में, दोनों आंखें एक साथ एक बिंदु पर केंद्रित नहीं हो पाती है। दोनों आंखें अलग-अलग दिशाओं में देखती है, और अलग- अलग बिंदुओं पर फोकस करती है।
- यह समस्या आंख की मांसपेशियों पर खराब नियंत्रण के कारण होती है, क्योंकि इन्हें तंत्रिकाओं के दोषपूर्ण संकेत मिलते है।
अगर आप भी आँखों में भैंगापन की समस्या से ग्रस्त है तो इससे बचाव के लिए आप पंजाब में आंखों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर के संपर्क में आए।
भैंगेपन के कारण क्या है ?
- इसके कारणों में सबसे पहले जन्मजात विकृति शामिल होती है।
- अनुवांशिकी या परिवार में किसी को होगा तो भी आप इस तरह की समस्या का सामना कर सकते है।
- किसी गंभीर दुर्घटना की वजह से भी आप इस तरह की समस्या का सामना कर सकते है।
- आंखों से संबंधित समस्या, जैसे निकट दृष्टिदोष, दूर दृष्टिदोष या एस्टिग्मेटिज़्म के कारण भी भैंगेपन की समस्या हो सकती है।
- वायरस या संक्रमण भी ऐसी आँखों के कारणों में शामिल हो सकते है।
- अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी इसके कारणों में शामिल हो सकते है।
यदि आप दूर और पास का देखने में असमर्थ है, तो इससे बचाव के लिए आपको पंजाब में लेसिक सर्जरी का चयन करना चाहिए।
भैंगेपन के प्रकार क्या है ?
- भैंगेपन के प्रकारों में सबसे पहले हाइपरट्रोपिया, शामिल है और इस तरह की आंख में व्यक्ति की आंख उपर की ओर मुड़ जाती है।
- हाइपोट्रोपिया के प्रकार में आपकी आँख नीचे की ओर मुड़ जाती है।
- एसोट्रोपिया में आपकी आंख अंदर की ओर चली जाती है।
- एक्सोट्रोपिया, में आंख बाहर की ओर चली जाती है।
आंखों के भैंगेपन के लक्षण क्या है ?
- इस तरह की समस्या में आपकी दृष्टि प्रभावित होती है।
- दोहरी दृष्टि नज़र आती है।
- आँखों के गहराई की अनुभूति का प्रभावित होना।
- आंखों में खिंचाव या सिरदर्द की समस्या का सामना करना।
- बार-बार टकराने की समस्या।
- किसी वस्तु को देखने के लिए सिर को झुकाना या मोड़ना आदि।
आँखों के भैंगेपन की समस्या का इलाज क्या है ?
- नेत्र व्यायाम आँखों के इलाज में काफी सहायक साबित होते है। और इसमें पेंसिल पुश-अप्स व्यायाम को भैंगेपन के लिए सबसे अच्छे नेत्र व्यायाम के रूप में माना जाता है। और इसको करने के लिए पेंसिल को एक हाथ की दूरी पर दोनों आंखों के बीच में रखें। पेंसिल को देखते हुए, उसे नाक के पास लाएं। कोशिश करें कि इसकी एक इमेज/प्रतिबिंब बनाए रखें। वहीं 12 हफ्तों तक 20 बार इस नेत्र व्यायाम को करना आपकी आँखों के लिए काफी अच्छा है।
- चश्मा और कांटेक्ट लेंस से भी भैंगेपन की समस्या से निजात पाया जा सकता है।
- जिस आंख में भैंगापन हो उसमे आप पट्टी भी बाँध सकते है।
- जब आँखों के भैंगेपन के सटीक कारणों का पता नहीं लग पाता, तब बोटुलिनम टॉक्सिक इंजेक्शन का प्रयोग किया जाता है।
- सर्जरी ये आखरी उपचार होता है भैंगेपन की समस्या से निजात दिलवाने का और सर्जरी का चयन तब किया जाता है जब किसी भी तरह का उपचार काम न आए।
अगर आप आँखों के भैंगेपन की समस्या से निजात पाना चाहते है तो इसके लिए आप मित्रा आई हॉस्पिटल का भी चयन कर सकते है।
निष्कर्ष :
आंख जोकि पूरी दुनिया की खूबसूरती को देखने में हमारी मदद करते है, इसलिए बहुत जरूरी है की अगर इनमे किसी भी तरह की समस्या आने पर आपको जल्द डॉक्टर का चयन करना चाहिए और धयान रहें किसी भी तरह के उपाय को खुद से आजमाने की कोशिश तो बिलकुल भी न करें।