आंख फड़कने को न जोड़े शगुन और अपशगुन से, बल्कि जानिए क्या है इसकी असलियत ?
आँखों का फड़कना या आँखों में किसी भी तरह की मरोड़ की समस्या आए तो इससे बचाव के लिए आपको अपनी आँखों को और मरोड़ने से बचना चाहिए और आँखों में मरोड़ या अन्य आँखों से जुडी समस्या को हम कैसे हल कर सकते है इसके बारे में आज के लेख में चर्चा करेंगे ;
क्या है आँखों का फड़कना ?
- आंखों के फड़कने को मेडिकल की भाषा में मायोकिमिया (Myokymia) कहा जाता है। वहीं जब आंखों की मांसपेशियां सिकुड़ने लगती है, तो वो फड़कने लगती है। इसके कई आम कारण होते है। लेकिन ज्यादातर मामलों में स्ट्रेस, आई स्ट्रेन, नींद की कमी और एल्कोहल का अधिक सेवन होता है।
- इसके अलावा जिन्हें वजन संबंधी प्रॉब्लम्स होती है, उनकी आंखों पर अधिक जोर पड़ने लगता है जिसके कारण उनकी आंखें फड़कने लगती है।
- वहीं आंखों के फड़कने को बहुत से लोग अन्धविश्वाश के साथ जोड़ते है, जोकि कही न कही उनका ये मानना गलत है।
इसके अलावा अगर आपकी आंखें जरूरत से ज्यादा फड़क रहीं है, तो इससे बचाव के लिए आपको पंजाब में आंखों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर का चयन जरूर करना चाहिए।
आंख फड़कने के क्या कारण हो सकते है ?
- तनाव को झेलने के कारण भी आपको आँखों से संबंधित समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
- थकान होने के कारण भी व्यक्ति की आँखों में समस्या हो सकती है।
- किसी चीज को देखने में थकान का महसूस करना।
- कैफीन का सेवन जब हमारे द्वारा ज्यादा किया जाता है, तो भी आपको इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ है।
- शराब का सेवन करने वाले भी इस तरह की समस्या का सामना कर सकते है।
- जिन लोगों की सूखी आंखें है, उनकी आंखें भी फड़क सकती है।
- पोषण संबंधी समस्याएं भी आँखों पर गलत प्रभाव डाल सकती है।
- आँखों में किसी न किसी तरह की एलर्जी की समस्या।
यदि आपको आँखों में दूर या पास का देखने या दृष्टि संबंधी किसी भी तरह की समस्या आ रहीं है, तो इससे बचाव के लिए आपको पंजाब में लेसिक सर्जरी का चयन डॉक्टर के कहने पर जरूर करना चाहिए।
आँखों की ऐठन को हम कैसे रोक सकते है ?
- कैफीन का सेवन यदि आप करते है तो उसका पूर्ण रूप से बहिष्कार करें।
- पर्याप्त नींद लेकर भी आप इस समस्या से खुद को आसानी से बाहर निकाल सकते है।
- तनाव को कम करके भी आप इससे खुद का बचाव कर सकते है।
- आंखों में जलन के अन्य स्रोतों को कम करें।
- जरूरत पड़ने पर धूप का चश्मा पहनें।
- बिना डॉक्टर के पूछे किसी भी तरह की दवाई का सेवन न करें।
- दिमाग और आंखों को आराम देकर भी आप इस तरह की आँखों से खुद का बचाव कर सकते है।
- डाइट में सुधार लाए।
- सामान्य सी भी आँखों से सम्बन्धित समस्या दिखने पर जल्द डॉक्टर का चयन करो।
आँखों की मरोड़ व ऐठन से बचाव के घरेलु उपाय !
- यदि आपके आँखों में मरोड़ है, तो इसका मतलब ये है की आपकी आंखों को पोटेशियम और मैग्नीशियम की जरूरत है। और ये जरूरत केले का सेवन करने से पूरा किया जा सकता है।
- यदि आपके द्वारा आँखों पर गर्म सिकाई की जाती है, तो भी आपको काफी फर्क महसूस होगा।
- गर्म पानी के छींटे मारने से भी आपकी आंखें फड़कना बंद कर देती है।
- गुलाब जल को ठंडा करके रुई की मदद से आँखों पर रखें, जिससे आपको काफी आराम महसूस होगा।
- आलू की स्लाइड्स को काट कर इनको आँखों पर रखने से भी आपको काफी आराम मिलेगा।
आँखों के इलाज के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !
यदि आपकी आंखे फड़कना बंद न करें और आपकी समस्या को बढ़ाते जाए तो इससे बचाव के लिए आपको मित्रा आई हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए।
निष्कर्ष :
आँखों की सामान्य सी भी समस्या को कृपया नज़रअंदाज़ ना करें, बल्कि समय पर किसी अनुभवी डॉक्टर का चयन जरूर करें ताकि भविष्य में चलकर आपको दृष्टि खोने की नौबत न आए।