मित्रा आई हॉस्पिटल एंड लासिक लेज़र सेंटर के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर हरिंदर मित्रा ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के माध्यम से यह बताया की आंखों का भैंगापन आंखों से जुडी गंभीर समस्याओं में से एक है | जिससे पीड़ित मरीज़ की दोनों आंखें एक संरेखित पर नहीं होती है | इसका तात्पर्य यह है की इस समस्या से पीड़ित मरीज़ की एक आंख एक चीज़ की ओर देखती है और दुसरी आंख दूसरी ओर पड़े वस्तु को देखती है |
व्यक्ति की दोनों आंखों का सामान्य तौर पर बहुत ही अच्छा तालमेल होता है और दोनों ही आंखें एक ही दिशा पर या फिर एक ही बिंदु पर फोकस करती है | लेकिन कई मामले ऐसे भी है जिसमें कई लोग आंखों के भैंगापन जैसी समस्या से पीड़ित होते है | हलाकि यह समस्या के मामले सबसे ज्यादा बच्चों में पाए जाते है | जब मस्तिष्क दोनों आंखों से अलग-अलग दृश्य का संकेत प्राप्त करती है तो मस्तिष्क अक्सर कमज़ोर आंख से प्राप्त होने वाले संकेत को नज़रअंदाज़ कर देता है | जिस वजह से डबल विज़न की समस्या उत्पन्न हो जाती है |
डॉक्टर हरिंदर मित्रा ने यह भी बताया की एक स्टडी से उन्हें यह पता लगा है की भैंगापन से अक्सर कई बच्चे जन्म से ही शिकार होते है, हालांकि यह समस्या जीवन में कभी भी उत्पन्न हो सकता है | यह समस्या किसी चोट के लगने से, किसी दुर्घटना की वजह से या फिर किसी गंभीर अवस्था के कारण विकसित हो सकता है | भैंगापन का सही समय पर इलाज करवाना बेहद ज़रूरी होता है, अन्यथा यह समस्या आगे जाकर आपके देखने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है |
यदि आप भी आंखों में भैंगापन की समस्या से जूझ रहे है और इलाज करवाना चाहते है तो इसके लिए आप मित्रा आई हॉस्पिटल एंड लासिक लेज़र सेंटर से चयन कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर हरिंदर मित्रा ऑप्थल्मोलॉजिस्ट में स्पेशलिस्ट है जो लेटेस्ट तकनीकों का इस्तेमाल से इलाज कर आंखों में भैंगापन जैसी समस्या से छुटकारा दिला सकते है | इसलिए आज ही मित्रा आई हॉस्पिटल एंड लासिक लेज़र सेंटर नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट में मौजूद नंबरों से भी संपर्क कर सकते है |
इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप मित्रा आई हॉस्पिटल एंड लासिक लेज़र सेंटर नामक यूट्यूब चैनल पर विजिट कर सकते है | इस चैनल पर आपको इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो प्राप्त हो जाएगी |