एस्टिग्मेटिज्म के क्या है – लक्षण, कारण, निदान और इलाज के तरीके ?
आज के समय में जैसे-जैसे हमारे द्वारा टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा और अपने काम को भी आसान बनाया जा रहा है, तो इसका सीधा असर हमारी आँखों पर पड़ता है क्युकि टेक्नोलॉजी से जुडी जितनी भी चीजे है उसको हमारे द्वारा मोबाइल फ़ोन या लैपटॉप पर किया जाता है, जिसकी लाइट का सीधा असर हमारी आँखों पर भी पड़ता है, और इसके कारण हमारी आँखों में एस्टिग्मेटिज्म या आँखों के पुतली के आकार में परिवर्तन आ जाता है, जिसका नुकसान धुंधली दृष्टि की समस्या को पैदा करता है। तो चलिए जानने की कोशिश करते है की आखिर क्या है एस्टिग्मेटिज्म की समस्या के लक्षण, कारण, इलाज व निदान की प्रक्रिया ;
एस्टिग्मेटिज्म क्या है ?
- एस्टिग्मेटिज्म आंखों को प्रभावित करने वाली एक गंभीर बीमारी है। आंखों में मौजूद लेंस और कॉर्निया गोल होते है। लेकिन जब यह दोनों किसी कारण अपने रूप से कम या ज्यादा गोल हो जाते है तो आंखों में जाने वाली रोशनी रेटिना पर पूर्ण रूप से केंद्रित नहीं हो पाती है जिसके कारण मरीज को नज़दीक या दूर की चीजें धुंधली दिखाई पड़ती है।
- आमतौर पर एस्टिग्मेटिज्म की समस्या मायोपिया (दूर की चीजें धुंधली दिखाई देना) या हाइपरोपिया (पास की चीजें धुंधली दिखाई देना) के साथ होती है। दृष्टि से संबंधित इन तीनों बीमारियों को मेडिकल की भाषा में रिफ्रैक्टिव एरर के नाम से जाना जाता है। विशेषज्ञ का मानना है कि अधिकतर मामलों में एस्टिग्मेटिज्म बच्चों में पाया जाता है। हालांकि, यह वयस्कों में भी धीरे-धीरे विकास कर सकता है।
- आमतौर पर एस्टिग्मेटिज्म का इलाज करने के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ चश्मा या कॉन्टेक्ट लेंस के इस्तेमाल का सुझाव दे सकते है।
एस्टिग्मेटिज्म के प्रकार क्या है ?
- इसके दो प्रकार है पहला कॉर्नियल दृष्टिवैषम्य, और ये तब होता है जब आपका कॉर्निया खराब हो जाता है।
- और दूसरा है लेंटिकुलर एसिग्मैटिज्म, और ये समस्या तब होती है जब आपका लेंस खराब हो जाता है।
अगर आपके आँखों की कॉर्निया ख़राब हो गई है, तो इससे बचाव के लिए आपको पंजाब में आंखों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर का चयन करना चाहिए।
क्या कारण है एस्टिग्मेटिज्म के ?
एस्टिग्मेटिज्म के कारण बहुत है जिसके बारे में आपको जानना बहुत जरूरी है जिससे आप इस समस्या से खुद का बचाव आसानी से कर सकते है ;
- अनुवांशिक कारण।
- आंख की सर्जरी होने के कारण।
- आंख में चोट लगने के कारण।
- कम लाइट में पढ़ने के कारण।
- आंख से संबंधित कोई बीमारी से पीड़ित होने के कारण।
- कुछ मामलों में केरेटोकोनस नामक बीमारी भी इसका कारण बन सकती है।
- लंबे समय तक मोबाइल, लैपटॉप या टीवी स्क्रीन के सामने समय बिताना और आवश्यक दूरी का ध्यान ना देने के कारण आपको इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
एस्टिग्मेटिज्म के दौरान किस तरह के लक्षण नज़र आते है ?
- चक्कर आना।
- सिर में दर्द का होना।
- दृष्टि का धुंधला होना।
- आंखों में दबाव का महसूस करना।
- किसी भी वस्तु को देखने में परेशानी का सामना करना।
- चीजों को देखने के लिए आंखो को सिकुड़ना।
- वस्तुओं के आकार को पहचानने में दिक्कत का सामना करना।
एस्टिग्मेटिज्म का निदान कैसे किया जा सकता है ?
आपका ऑप्टोमेट्रिस्ट या नेत्र रोग विशेषज्ञ कई प्रकार की आंखों की जांच करके एस्टिग्मेटिज्म का निदान करेंगे। ऑप्टोमेट्रिस्ट वह डॉक्टर होते है, जो आपकी आंखों की बीमारी या दृष्टि समस्याओं का निदान करते है। एक ऑप्थामोलोजिस्ट विज़न प्रॉब्लम्स या नेत्र रोग के लिए ट्रीटमेंट या सर्जिकल मेडिकल ट्रीटमेंट प्रोवाइड करते है। एस्टिग्मेटिज्म का निदान करने के लिए ऑप्टोमेट्रिस्ट या नेत्र रोग ऑप्थामोलोजिस्ट द्वारा कई टेस्ट किए जा सकते है, जैसे –
विजुअल एक्यूटी टेस्ट- (Visual Acuity Test)
इसमें डॉक्टर आपके सामने एक चार्ट रखेंगे। चार्ट में कई अक्षर होंगे, आपको इन अक्षरों को एक-एक करके पढ़ना होगा। जैसे-जैसे आप नीचे जाएंगे अक्षर का आकार धीरे-धीरे छोटा होता जाएगा। आपको एक आंख के सामने हाथ रखकर उन अक्षरों को पढ़ना है और इसी तरह दूसरी आंख से भी दोहराना है। यह निर्धारित करने के लिए है कि आप अक्षरों को एक निश्चित दूरी से कितनी अच्छी तरह देख सकते है।
अपवर्तन टेस्ट- (Refraction Test)
इस टेस्ट में “ऑप्टिकल रेफ्रेक्टर” नामक एक मशीन का इस्तेमाल किया जाता है। मशीन में अलग-अलग पावर के कई करेक्टीव ग्लास लेंस होते है। आपका डॉक्टर आपकी आंखों के सामने एक लेंस लाएँगे और आपको चार्ट के अक्षरों को पढ़ने के लिए कहेंगे। वह तब तक लेंस बदलते रहेंगे जब तक आपको चार्ट में लिखें हुए सभी अक्षरों की क्लियर इमेज नहीं मिल जाती।
केराटोमेट्री- (Keratometry)
इस टेस्ट में आपके कॉर्निया की वक्रता को मापने के लिए एक डिवाइस इस्तेमाल किया जाता है, जिसे केराटोमीटर कहा जाता है। यह डॉक्टर को आपके कॉर्निया में किसी भी दिक्कत का पता लगाने में मदद करता है।
एस्टिग्मेटिज्म का इलाज कैसे किया जा सकता है ?
- आमतौर पर एस्टिग्मेटिज्म का इलाज करने के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ चश्मा या कॉन्टेक्ट लेंस के इस्तेमाल का सुझाव देते है। चश्मा या कॉन्टेक्ट लेंस से एस्टिग्मेटिज्म का इलाज किया जा सकता है, लेकिन इन्हे एस्टिग्मेटिज्म का बेस्ट इलाज नहीं माना जाता है।
- साथ ही, काफी लोगों को हमेशा चश्मा पहनना या कॉन्टेक्ट लेंस लगाना पसंद नहीं है। ऐसे में लेसिक सर्जरी एक बेहतर विकल्प के रूप में सामने आता है। लेसिक सर्जरी एक मॉडर्न और एडवांस सर्जिकल प्रक्रिया है जिससे दृष्टि से संबंधित बीमारियां जैसे कि मायोपिया (दूर की चीजें धुंधली दिखाई देना), हाइपरोपिया (पास की चीजें धुंधली दिखाई देना) और एस्टिग्मेटिज्म का बेस्ट इलाज किया जा सकता है।
- एस्टिग्मेटिज्म की लेसिक सर्जरी को एक अनुभवी और कुशल नेत्र सर्जन की देखरेख में पूरा किया जाता है। इस सर्जरी को शुरू करने से पहले सर्जन मरीज की आंखों में एनेस्थेटिक ड्रॉप डालते है, जिससे सर्जरी के दौरान होने वाले दर्द का खतरा खत्म हो जाता है।
- एनेस्थीसिया देने के बाद, सर्जन लेजर बीम की मदद से कॉर्निया को एक नया शेप दे देते है, जिसके बाद एस्टिग्मेटिज्म की समस्या खत्म हो जाती है। एस्टिग्मेटिज्म की लेसिक सर्जरी को पूरा होने में मात्र 30 मिनट का समय लगता है। इस सर्जरी के दौरान मरीज को कट या टांके नहीं आते है और ब्लीडिंग तथा दर्द का सामना भी नहीं करना पड़ता है।
अगर आप इस सर्जरी का चयन करना चाहते है तो इसके लिए आप मित्रा आई हॉस्पिटल का चयन कर सकते है।
निष्कर्ष :
एस्टिग्मेटिज्म तब होता है जब आपके कॉर्निया के आकार में कोई दिक्कत आ जाती है। या यह जन्म से हो सकता है या बाद के जीवन में उत्पन्न हो सकता है। एस्टिग्मेटिज्म का प्रमुख कारण अभी तक पहचाना नहीं गया है लेकिन कहा जाता है कि यह किसी आंख की चोट या पिछली आंख की सर्जरी के कारण हो सकता है।
एस्टिग्मेटिज्म की हल्की स्थिति के लिए किसी उपचार की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन गंभीर कंडिशन्स का तुरंत इलाज किया जाना चाहिए क्योंकि इसमें देरी करने से आंखों को बहुत अधिक जोखिम हो सकता है। और साथ ही इस तरह की समस्या में किसी भी तरह की आई ड्रॉप या दवाई का सेवन बिना डॉक्टर के परामर्श पर न लें।