लेसिक सर्जरी के बाद सूखी आंखों के क्या है – लक्षण, कारण और अन्य सुझाव !
लेसिक सर्जरी जोकि हमें जहा कॉन्टेक्ट लेंस से छुटकारा दिलवाती है, वहीं दूर और पास का हम आसानी से देखने में भी सक्षम भी हो पाते है, पर इस सर्जरी को करवाने के कारण हमारी आंखे अगर सूखने लग जाए तो हम कैसे इस समस्या से खुद का बचाव कर सकते है। वहीं लेसिक सर्जरी के बाद आँखे सूखने के क्या लक्षण, कारण व अन्य बचाव या सुझाव के तरीके;
लेसिक सर्जरी क्या है ?
- आमतौर पर लेसिक के बाद सूखी आंखें होना सामान्य है। यह एक प्रकार की अपवर्तक सर्जरी है, जिससे अपवर्तक त्रुटियों के इलाज में मदद मिलती है। इनमें निकट दृष्टिदोष, दूरदर्शिता और दृष्टिवैषम्य जैसी दृष्टि समस्याएं शामिल है। इस प्रक्रिया में कॉर्निया को फिर से आकार देने के लिए सर्जन लेजर का उपयोग करते है, जो आंख की स्पष्ट बाहरी परत होती है।
- लेसिक सर्जरी को हर साल काफी लोग करवाते है, क्युकि इसकी मदद से व्यक्ति को सब कुछ स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। लेकिन इस सर्जरी के जहा इतने फायदे है वहीं इस सर्जरी के काफी नुकसान भी है।
यदि आप दूर और पास का देखने में सक्षम नहीं है तो इसके लिए आपको पंजाब में लेसिक सर्जरी का चयन करना चाहिए।
लेसिक सर्जरी के बाद सूखी आंखों के लक्षण क्या है ?
- अगर आपके पास भी लेसिक के बाद सूखी आंखें है, तो इसके लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते है। जैसे कुछ लोग सिर्फ हल्की असुविधा का अनुभव करते है, जबकि अन्य लोगों में ज्यादा गंभीर लक्षण हो सकते है। वहीं लेसिक के बाद सूखी आंखों के सबसे आम लक्षणों में :
- आंखों में जलन या थकान का होना।
- आंखों में लालपन का आना।
- आंखों में किसी कण या फिर किरकिरापन जैसा महसूस होना।
- जलन या चुभन का अहसास होना।
- ज्यादा आंसू का आना।
- धुंधली दृष्टि की समस्या।
- कॉन्टैक्ट लेंस पहनने में कठिनाई का सामना करना।
अगर लेसिक सर्जरी के बाद सूखी आंखों से संबंधित लक्षण अगर आपमें भी नज़ए आए तो इसके लिए आपको पंजाब में आंखों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर का चयन करना चाहिए।
लेसिक सर्जरी के बाद सूखी आंखों के कारण !
- लेसिक सर्जरी के सबसे आम दुष्प्रभावों में से एक सूखी आंखें है। यह समस्या आंख के पर्याप्त आंसू पैदा नहीं करने या आंख को आंसुओं से पर्याप्त चिकनाई नहीं मिलने पर होता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि सर्जरी कॉर्निया के आकार को बदल देती है। इससे आंखों के ऊपर आंसू बहने का तरीका बदल जाता है।
- इसके अलावा लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया आंसू उत्पादन में कमी का कारण बन सकती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि सर्जरी के दौरान कॉर्निया में एक छोटा सा कट लगाना शामिल है।
- कई बार लेसिक सर्जरी से पहले और बाद में इस्तेमाल की जाने वाली कुछ दवाएं भी सूखी आंखों में योगदान कर सकती है।
लेसिक सर्जरी के बाद सूखी आंखों से जुड़े जोखिम कौन-से है ?
- कॉर्नियल फ्लैप की जटिलताएं इसके जोखिम कारको में शामिल है।
- आंखों में सूजन की समस्या।
- दृष्टि का कम या ज्यादा सुधार होना।
- दृष्टि में अस्थायी समस्या का सामना करना।
- इंफेक्शन की समस्या आदि।
लेसिक सर्जरी के बाद सूखी आंखों से बचाव के सुझाव !
- सूखी आंखों के उपचार में डॉक्टर आपकी आंखों को लुब्रिकेट करने के लिए बनावटी आंसू या मलहम के उपयोग की सलाह देते है।
- आपको अपने घर में ह्यूमिडिफायर का उपयोग भी करना पड़ सकता है, ताकि आपकी आंखों को बहुत ज्यादा सूखने से बचाया जा सके। कुछ मामलों में डॉक्टर आपकी सूखी आंखों के इलाज के लिए दवा लिखते है। इससे आंसू उत्पादन को बढ़ाने या आंखों की सूजन कम करने में मदद मिलती है। सूखी आंखों के लिए कुछ सामान्य प्रकार की दवाओं में शामिल है, जैसे – आंखों की सूजन को कम करने के लिए एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं काफी सहायक है।
- आंख की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को कम करने के लिए आप इम्यूनोमॉड्यूलेटर्स दवाई का चयन करें।
- आंसू को बढ़ाने के लिए आप टियर एनहांस दवाई का प्रयोग कर सकते है।
इसके अलावा आप अपने आंखों के बचाव के तरीको के बारे में जानने के लिए मित्रा आई हॉस्पिटल का भी चयन कर सकते है।
निष्कर्ष :
लेसिक सर्जरी के बाद आँख सूखने या इससे जुडी किसी भी तरह की समस्या अगर आपको नज़र आए तो इससे बचाव के लिए आपको डॉक्टर क चयन करना चाहिए।